छत्तीसगढ़ के कबीरधाम जिले में स्थित भोरमदेव वन्यजीव अभ्यारण्य में मौसम का हर मौसम अलग ही आकर्षण पेश करता है, जो सफारी और यात्रा के अनुभव को अनुकूलित करता है।
सर्दियाँ (नवंबर से फरवरी): सर्दियों में, भोरमदेव वन्यजीव अभ्यारण्य में मौसम ठंडा और सुखद होता है, जिसमें तापमान 10°C से 25°C तक रहता है। यह समय सफारी और वन्यजीवों को देखने के लिए सबसे उपयुक्त होता है। साफ आसमान और हल्के मौसम की वजह से दृश्यता में वृद्धि होती है, जिससे वन्यजीवों को आसानी से देखा जा सकता है। सुबह और शाम की ताजगी के कारण, यह अवधि विशेष रूप से सफारी के लिए आदर्श होती है जब जानवर अधिक सक्रिय रहते हैं।
गर्मी (मार्च से जून): गर्मी के मौसम में तापमान काफी बढ़ जाता है, खासकर मई और जून में, जब यह 40°C तक पहुंच सकता है। दिन के समय अत्यधिक गर्मी होती है, लेकिन सुबह-सुबह और देर दोपहर के समय सफारी के लिए उपयुक्त होते हैं। गर्मी में बाहरी गतिविधियों के दौरान सूर्य की किरणों से बचने के लिए उचित कपड़े पहनना और हाइड्रेटेड रहना आवश्यक है। इस समय, जल निकायों के आस-पास वन्यजीवों के व्यवहार में विशेष परिवर्तन देखे जा सकते हैं, जो वन्यजीव प्रेमियों के लिए एक दिलचस्प अनुभव प्रदान करता है।
मानसून (जुलाई से अक्टूबर): मानसून के दौरान, अभयारण्य में भारी बारिश होती है, जिससे परिदृश्य हरियाली से भर जाता है। मौसम नम और बीच-बीच में बारिश वाला होता है। जबकि अभयारण्य मानसून में भी खुला रहता है, लेकिन फिसलन भरी सड़कों और वन्यजीवों के फैलाव के कारण सफारी सीमित हो सकती है। इस समय, अभयारण्य की प्राकृतिक सुंदरता अपने चरम पर होती है, जहां जीवंत वनस्पतियाँ और कभी-कभी वन्यजीवों का दर्शन होता है।
सफ़ारी अनुभव
सफ़ारी के लिए सबसे अच्छा समय:
भोरमदेव वन्यजीव अभयारण्य में सफ़ारी का आदर्श समय सर्दियों के महीनों (नवंबर से फरवरी) के दौरान होता है। इस दौरान ठंडा मौसम और साफ़ आसमान वन्यजीवों को देखने और उनकी तस्वीरें कैप्चर करने के लिए उत्तम परिस्थितियाँ प्रदान करते हैं। सफ़ारी की गतिविधियाँ आमतौर पर सुबह और देर दोपहर में आयोजित की जाती हैं, ताकि आप वन्यजीवों को उनके सबसे सक्रिय समय पर देख सकें और एक अद्वितीय अनुभव का आनंद ले सकें।
सफ़ारी टिप्स: